Taklif shayari
जिन्दगी में दो लोग बहुत तकलीफ देते है !!
एक वो जिससे प्यार न हो और उसके साथ रहना पड़े !!
दूसरा वो जिससे हद से ज्यादा प्यार हो !!
और उसके बिना रहना पड़े !!
किसी को तकलीफ देना मेरी आदत नहीं !!
बिन बुलाया मेहमान बनना मेरी आदत नहीं !!
मैं अपने गम में रहती हूँ नबाबों की तरह !!
परायी ख़ुशी के पास जाना मेरी आदत नहीं !!
इतनी तकलीफ नहीं होती वक्त के !!
बदल जाने से !!
जितनी किसी अपने के बदल जाने !!
से तकलीफ होती हे !!
Takleef Shayari in Hindi
क़त्ल कर दो निगाहो से ताकि हम दोनों !!
को तकलीफ न हो !!
मुझे सर झुकाने की और तुम्हे !!
खंजर उठाने की !!
जीने में क्या मजा अगर संघर्ष और !!
तकलीफ न हो तो !!
बड़े बड़े तूफान थम जाते हे अगर !!
आग लगी हो सीने में !!
हमसफ़र नहीं होते तस्वीर में !!
साथ दिखने वाले !!
तकलीफ में साथ देने वाले हमसफ़र !!
होते हे !!
Takleef Shayari in Hindi
अपना गम बया करना मेरी !!
फितरत में नहीं !!
अगर तेरी वजूद का हिस्सा हु तो !!
महसूस कर तकलीफ मेरी !!
जिंदगी का वो लम्हा हमे बहोत !!
तकलीफ देता हे !!
जब हम चाह कर भी किसी के हो !!
नहीं सकते !!
किसी को हम मजाक में भी !!
तकलीफ देने से डरते हे !!
और न जाने लोग कैसे सोच समझकर !!
दिलो से खेल जाते हे !!
कोई बात बही तकलीफ देने वाले को !!
भूल जाओ तो !!
किन्तु तकलीफ में साथ देनेवाले को !!
कभी मत भूलना !!
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