Matlabi selfish quotes in hindi
ये उम्र बित गयी पर समझ नहीं आया !!
जिनसे मुहब्बत होती वो कदर क्यों नहीं करते !!
बिछड़ के तुझसे ना देखा गया किसी का मिलन !!
उठा दिया परिंदे भी हमने शजर पे बैठे हुई !!
तमन्ना जो आये ख्वाबो में !!
हकिकत बन जाए तो क्या बात है !!
कुछ लोग मतलब के लिए ढुढते हैं मुझे !!
बिन मतलब कोई आये तो क्या बात है !!
Matlabi shayari in hindi
देखो सब को अपनी तलब लगी है !!
भीड़ बहुत है लेकिन सब मतलबी है !!
झूठे लोगों से भरी परी है कहाँनिया यहा किताबों में !!
प्यार से बोल दे कोई तो मेहर बानी सी लगती हैं !!
ऐसी मतलबी दोस्ती की जरूरत नहीं !!
जो वक़्त और माहौल के साथ बदलती हो !!
कुछ यूँ हुआ कि जब भी जरुरत पड़ी !!
हर शख्स इतेफाक से मजबूर हो गया !!
Matlabi shayari in hindi
दुनिया को देख कर अब हम भी मिज़ाज बदले गे !!
रिश्ता सब से होगा लेकिन वास्ता किसी से नहीं !!
कैसे करू भरोसा गैरो के प्यार पर !!
अपने ही मजा लेते हैं अपने कि हार पर !!
इस दुनिया से कहीं दूर चले जाने को जी चाहता है !!
मतलबी दुनिया में ना रह कर मर जाने को जी चाहता है !!
उन मतलबी लोगो की तरह ना बन !!
जिनको अपने लिए सबको अपना अपना कहना पड़ता है !!
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