Matlabi duniya quotes in hindi
हुस्न के साथ मतलबी नकाब निकलता है !!
अक्सर चमकता सोना खराब निकलता है !!
जिसे हमने अपना खुदा माना वो ही !!
बड़ा मतलबी और खुदगर्ज निकला !!
मतलब न पूरे होने पर लोग !!
लहज़े बदल लेते हैं !!
कैसे करू भरोसा गैरो के प्यार पर !!
अपने ही मजा लेते हैं अपने कि हार पर !!
Matlabi shayari in hindi
दुनिया को देख कर अब हम भी मिज़ाज बदले गे !!
रिश्ता सब से होगा लेकिन वास्ता किसी से नहीं !!
कुछ यूँ हुआ कि जब भी जरुरत पड़ी !!
हर शख्स इतेफाक से मजबूर हो गया !!
सिखा दिया है दुनिया ने ये अपनो पर भी शक करना !!
वरना मेरी फ़ितरत में तो गौरो पर भी भरोसा करना था !!
मुझको क्या हक मैं किसी को मतलबी कहूँ !!
मैं खुद ही खुदा को मुसीबत में याद करता हूँ !
Matlabi shayari in hindi
इंसान कि अच्छाई पर सब खामोश रहते हैं !!
चर्चा अगर उसकी बुराई पर हो तो गुगे भी बोल पड़ते है !!
अब कटेगी ज़िंदगी सुकून से कुछ दिन तक !!
अब हम भी कुछ दिन के लिए मतलबी हो गए हैं !!
मत करो मेरी पीठ के पीछे बात जाकर कोने में !!
वरना पुरी ज़िंदगी गुजर जायेगी रोने में !!
अकसर वही लोग हम पर उँगलीया उठाते हैं !!
जिनकी मुझसे बात करने की औकात न हैं !!
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