Matlabi log quotes
मेरी तारीफ करे या मुझे !!
बदनाम करे जिसने जो बात !!
करनी है सर-ए-आम करे !!
विश्वास की डोर एक धोखे से तोड़ जाते है !!
मतलबी लोग की फितरत है की
वो अपनों को बीच रस्ते में छोड़ जाते है !!
ऐसा जादू किया है मतलबी दोस्त ने दुनिया पर !!
कि नमस्ते भी करो
तो लोग समझते है कि अवश्य ही कोई काम होगा !!
Matlabi shayari in hindi
वक्त था हर वो रिश्ता सुधारने का जो हमारे बीच था !!
मगर स्वार्थ और प्यार में तूने स्वार्थ को चुना !!
जो प्यार में लिए ना गवारा था !!
दुआ करों की मेरी जिंदगी में भी ये मुकाम आये !!
वो मतलबी दुआ करे मगर
उस दुआ में भी मेरा नाम आये !!
हाँ बहुत मतलबी हूँ मैं भी इश्क़ में !!
चाहता हूँ मैं वो जो नहीं है मिरा !!
Matlabi shayari in hindi
आशना होकर भी अजनबी से लगे !!
इस दफ़ा तुम भी मतलबी से लगे !!
मदद करने से मैं घबराने लगा हूँ !!
समझते हैं लोग मैं मतलबियों का सगा हूँ !!
देखो सब को अपनी तलब लगी है !!
भीड़ बहुत है लेकिन सब मतलबी है !!
ऐसी मतलबी दोस्ती की जरूरत नहीं !!
जो वक़्त और माहौल के साथ बदलती हो !!
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