Matlabi duniya shayari
पहले तो बस सुना था !!
तुमसे मिलकर जाना !!
दुनिया कितनी मतलबी है !!
तेरी रुस्वाई से मुझे एक सबक मिला है !!
दुश्मन भी इतना नहीं करता जितना !!
तूने दोस्त बनके किया है !!
कितने मतलबी है लोग है इस दुनिया में !!
ये उस दिन जान लिया
जब टूटते तारा देख उससे भी कुछ मांग लिया !!
Matlabi shayari in hindi
तेरी रुसवाई से मुझे एक सबक मिला है !!
दुश्मन भी इतना नहीं करता !!
तूने दोस्त बनके किया है !!
शीशा और रिश्ता दोनो हि बड़े नाजुक होते हैं !!
दोनों मे सिर्फ एक ही फर्क है !!
शीशा गलती से टुट जाता हैं और रिश्ता गलतफहमी से !!
मतलबी लड़ की से अच्छी तो मेरी सिगरेट है यारों !!
जो मेरे होठ से अपनी ज़िन्दगी सुरु करती हैं !!
और मेरे कदमो के नीचे अपना दम तोड़ देती हैं !!
Matlabi shayari in hindi
दुनिया बहुत मतलबी है साथ कोई क्यों देगा !!
मुफ्त का यहा कफन नहीं मिलता !!
तो बिना गम के प्यार कोन देगा !!
करीब रहो तो इतना कि रिश्तो में प्यार रहे !!
दुर भी रहो इतना कि आने का इंतजार रहे !!
रखो उम्मीद रिश्तो कि दरमिया इतनी !!
कि टूट जाए उम्मीद पर रिश्ते बरक़रार रहे !!
झूठी दुनिया के झूठी फसाने हैं !!
लोग भी झूठे और झूठे जमाने हैं !!
धोखे मिलते हैं हर कदम पर यहाँ !!
हर तड़फ भीड़ हैं लेकिन अफसोस सब बेगाने हैं !!
बेवफ़ा से दिल लगा लिया नादान थे हम !!
गलती हमसे हुई कयोंकि इंसान थे हम !!
आज जिनके नजरें मिलाने में तकलीफ होती हैं !!
कुछ समय पहले उनकी जान थे हम !!
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