Gulzar ki shayari in hindi
वक्त सालों की धुंध से निकल जायेगा !!
तेरा चेहरा नज़र से पिघल जायेगा !!
जीना भूले थे कहां याद नहीं तुमको !!
पाया है जहाँ सांस फिर आई वहीं !!
शाम से आँख में नमी सी है !!
आज फिर आपकी कमी सी है !!
टूटी फूटी शायरी में लिख दिया है डायरी में !!
आख़िरी ख्वाहिश हो तुम लास्ट फरमाइश हो तुम !!
Gulzar shayari in Hindi
कोई रंग नही होता बारिश के पानी में !!
फिर भी फिजा को रंगीन बना देती है !!
इतने बुरे नही थे जितने इल्ज़ाम लगाए लोगों ने !!
कुछ किस्मत खराब थी कुछ आग लगाई लोगों ने !!
बहुत कम लोग हैं जो मेरे दिल को भाते हैं !!
और उससे भी बहुत कम हैं जो मुझे समझ पाते हैं !!
गुस्सा भी क्या करूं तुम पर !!
तुम हंसते हुए बेहद अच्छे लगते हो !!
Gulzar shayari in Hindi
मुकम्मल इश्क से ज्यादा तो चर्चे !!
अधूरी मोहब्बत के होते हैं !
तमाशा जिंदगी का हुआ !!
कलाकार सब अपने निकले !!
किसी ने मुझसे पूछा की दर्द की कीमत क्या है !!
मैंने कहा, मुझे नही पता मुझे लोग फ्री में दे जाते हैं !!
लौटने का ख्याल भी आए तो बस चले आना !!
इंतजार आज भी बड़ी बेसब्री से है तुम्हारा !!
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