Gam Bhari Shayari in hindi
हम अपने दर्द का शिकवा तुमसे कैसे करें!!
मोहब्बत तो हमने की है तुमतो बेक़ुसूर हो!!
बड़ी बरकत है तेरे इश्क़ में!!
जब से हुआ है कोई दूसरा दर्द ही नहीं होता!!
लोग हमें इतना बुरा बोलते हैं!!
कभी-कभी ऐसा लगता है!!
कि सच में हम इतने बुरे हैं!!
किसी के दूर चले जाने से!!
जिंदगी में इतना फर्क पड़ता है कि!!
हम खामोश से हो जाते हैं!!
Gam Bhari Shayari
किस्मत में लिखा था आश ना दर्द से होना!!
तू न मिलता तो किसी और से बिछड़े होते हम!!
अब शिकायतें तुमसे नहीं मुझे खुद से हैं!!
माना की सारे झूठ तेरे थे!!
पर उन पर यकीन तो मेरा था!!
धोखा दिया था जब तूने मुझे ज़िन्दगी से!!
मैं नाराज़ था सोचा कि दिल से तुझे निकाल दू!!
कमबख्त दिल भी तेरे पास था!!
अनुभव पाना हर किसी के बस में नहीं होता!!
और जिसकी किस्मत में होता है!!
उसे उसकी कीमत चुकानी पड़ती है!!
उदास करती है मुझे हर रोज़ ये शाम!!
ऐसा लगता है जैसे कोई भुला रहा है धीरे-धीरे!!
इन तन्हाइयों से दोस्ती कर ली हैं मैंने!!
तेरी यादो में कई आंसू बहाये हैं मैंने!!
ना तेरी कोई गलती थी!!
ना ही थी तू बेवफा!!
शायद किस्मत में ही लिखा था!!
तुझसे होना जुदा!!
Gam Bhari Shayari
हमारे अपने सपने ही हमारा सर दर्द बने हुए हैं!!
हमारे दर्द की वजह हमारे हमदर्द ही बने हुए है!!
इस वक़्त ने मुझे ना जाने कैसे-कैसे दिन दिखाए है!!
मेरे अपनों में ही छिपे प्रायो के चेहरे दिखाए है!!