Bharosa shayari dosti
प्यार और भरोसा दो ऐसे पंछी हैं !!
अगर इनमें से एक उड़ जाए तो !!
दूसरा अपने आप उड़ जाता है !!
भरोसा क्या करना गैरो पर !!
जब खुद गिरना है चलना है !!
अपने ही पैरो पर !!
अगर इश्क हुआ अगले जन्म भी तो !!
इश्क भी तुमसे ही होगा !!
मेरे इस नादान दिल को भरोसा ही इतना है !!
Bharosa shayari in hindi
एक बार हम पर भरोसा कर के तो देखो !!
हम अपनी जान दे सकते है !!
लेकिन धोखा कभी नहीं !!
पेड़ की डाली पर बैठा पंछी !!
कभी डाली टूटने से नहीं डरता !!
क्योकि उनका भरोसा डाल पर नहीं !!
बल्कि अपने पंख पर होता है !!
लोगो के पास सब कुछ है !!
लेकिन मुश्किल ये है की !!
भरोसे पर शक है !!
और शक पर भरोसा है !!
Bharosa shayari in hindi
झूठ बोलकर भरोसा तोड़ने से अच्छा है !!
सच बोलकर रिश्ता तोड़ दिया जाये !!
क्योकि रिश्ता शायद फिर से जुड़ सकता है !!
लेकिन भरोसा कभी नहीं जुड़ता !!
दर्द तो उस वक्त होता है जब हम !!
किसी पर अंधे की तरह भरोसा करते हे !!
और वो हमें महसूस करता है की !!
हम सच में ही अंधे थे !!
मिलने को तो बहुत मिल जाते है !!
पर साथ चलने वाला कोई नहीं मिलता !!
एक आप थे जिस पर हमें भरोसा था !!
पर अब आप ही मेरे साथ नहीं है !!
सिखा दिया दुनिया ने मुझे !!
अपनो पर भी शक करना !!
मेरी फितरत में तो गैरों पर !!
भी भरोसा करना था !!
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