Bharose wali shayari
कोई खुशियों के लिए रोया तो !!
कोई दुखो के पनाह में रोया !!
अजीब सिलसिला हे इस ज़िन्दगी का !!
कोई भरोसा के लिए रोया तो !!
कोई भरोसा कर के रोया !!
मालिक पर भरोसा रख !!
अपने गमों की तू नुमाईश न कर !!
अपने नसीब की यूँ आजमाईश न कर !!
जो तेरा है वो खुद तेरे पे चल के आएगा !!
रोज उसे पाने की ख्वाहिश न कर !!
सच्ची मोहब्बत भी हम करते है !!
वफ़ा भी हम करते है !!
भरोसा भी हम करते है !!
और आखिर में तन्हा !!
जीने की सजा भी हमे ही मिलती है !!
Bharosa shayari in hindi
अब इन लहरो पर क्या भरोसा करूं !!
जब वो मेरे विपरीत ही चल रही है !!
मुझे तो इन हवाओं पर भरोसा है !!
जो मेरे पतवार को सहारा दे रही है !!
मेरे दिल कि सरहद को पार न करना !!
नाजुक है दिल मेरा वार न करना !!
खुद से बढ़कर भरोसा है मुझे तुम पर !!
इस भरोसे को तुम बेकार न करना !!
भरोसा उस पर करो जो !!
आपकी इन बातो का ख्याल रख सके !!
हंसी के पीछे का दुख चुप रहने की !!
वजह और गुस्से के पीछे का प्यार !!
Bharosa shayari in hindi
हम समझदार भी इतने है !!
के उनका झूठ पकड़ लेते है !!
और उनके दिवाने भी इतने !!
के फिर भी यकीन कर लेते है !!
जब जब भरोसा किया है मेने !!
तब तब भरोसा टूटा है मेरा !!
अब तो किसी पर भरोसा करने का !!
मन ही नही करता है मेरा !!
Bharosa shayari in hindi
भरोसा कर के तुमपे जो मैने !!
तुम्हारा हाथ थाम लिया !!
भरोसा भी न रहा मेरे भरोसे पे !!
के तुमने मेरा साथ छोड़ दिया !!
जो चाहे वो पा लेता है इंसान !!
भरोसा मे इतना दम होता है !!
जो इंसान को ईश्वर देता है !!
वो कभी भी कम नही होता है !!
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