Rone wali shayari in hindi
कुछ तो था असर तेरी मौजूदगी का !!
कि अब एक मुस्कान को तरसने लगे है !!
जूनून सा तो था मज़बूत बाजुओ का !!
कि अब तो परछाई से ही डरने लगे है !!
डर है ज़ज़्बातो से अपने ना मुलाक़ात हो !!
इसीलिये चाहत है हर पल कोई साथ हो !!
रहम फरमा ऐ खुदा क्या चाहता है तू !!
की हम सिर्फ तन्हाई से ही आबाद हो !!
हर सितम सह कर कितने ग़म छिपाये हमने !!
तेरी खातिर हर दिन आँसू बहाये हमने !!
तू छोड़ गया जहाँ हमें राहों में अकेला !!
बस तेरे दिए ज़ख्म हर एक से छिपाए हमने !!
Rone wali shayari in hindi
जिंदगी देने वाले मरता छोड़ गये !!
अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गये !!
जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफर की !!
वो जो साथ चलने वाले रास्ता मोड़ गये !!
पहले कभी ये यादें ये तनहाई थी !!
कभी दिल पे मदहोशी छायी ना थी !!
जाने क्या असर कर गयीं उसकी बातें !!
वरना इस तरह कभी याद किसी की आयी ना थी।
कोई कहता इससे आग लगा दो !!
कोई कहता इससे ज़मी पे गार दो !!
मगर ज़ालिम ज़माना ये नहीं कहता की !!
इससे अपने प्यार से मिला दो !!
Rone wali shayari in hindi
क़दम क़दम पर बहारों ने साथ छोड़ दिया !!
पड़ा जब वक़्त तो अपनों ने साथ छोड़ दिया !!
क़सम खाई थी इन सितारों ने साथ देने की !!
सुबह होते ही सितारों ने भी साथ छोड़ दिया !!
आंखें तो प्यार में दिल की जुबान होती है !!
सच्ची चाहत तो सदा बे जुबान होती है !!
प्यार में दर्द भी मिले तो मत घबराना !!
सुना है दर्द से चाहत और जवान होती है !!
ज़रा सी ज़िंदगी है !!
अरमान बहुत है !!
हमदर्द नहीं कोई !!
इंसान बहुत है !!
दिल के दर्द सुनाएं तो किसको !!
जो दिल के करीब है !!
वो अनजान बहुत है !!
हमारी दास्तां उसे कहां कबूल थी !!
मेरी वफायें उसके लिये फिजूल थीं !!
कोई आस नहीं लेकिन कोई इतना बतादो !!
मैंने चाहा उसे क्या ये मेरी भूल थी !!
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