रोने वाली शायरी
हर सितम सह कर कितने ग़म छिपाये हमने !!
तेरी खातिर हर दिन आँसू बहाये हमने !!
तू छोड़ गया जहाँ हमें राहों में अकेला !!
बस तेरे दिए ज़ख्म हर एक से छिपाए हमने !!
गुजर रही है खामोशी से ये ज़िन्दगी !!
ना कोई खुशी है ना गम का शोर !!
चाहे सौ साल ही क्यों ना इंतजार करना पड़े !!
अब उसके सिवा इस दिल में ना आएगा कोई और !!
साथ नहीं रहने से रिश्ते नहीं टुटा करते !!
वक़्त की धुंध से लम्हे नहीं टुटा करते !!
लोग कहते हे मेरा सपना टूट गया !!
टूटी नींद है सपने नहीं टुटा करते !!
Rone wali shayari in hindi
तरसते थे वो हमसे मिलने को कभी !!
आज वो मेरी परछाई से कतराते है !!
हम भी वहीँ है दिल भी वहीँ है !!
जाने कैसे यूँ लोग बदल जाते है !!
रोने से किसी को पाया नहीं जाता !!
खोने से किसी को भुलाया नहीं जाता !!
वक्त सबको मिलता है जिन्दगी बदलने के लिए !!
पर जिन्दगी नहीं मिलती वक्त बदलने के लिए !!
मुझको तो दर्द-ए-दिल का मज़ा याद आ गया !!
तुम क्यों हुए उदास तुम्हें क्या याद आ गया !!
कहने को जिंदगी थी बहुत मुख्तसर मगर !!
कुछ यूँ बसर हुई कि खुदा याद आ गया !!
Rone wali shayari in hindi
सोते वक़्त भी चेहरा सामने नज़र आए !!
क्या मिल जायेगा मुझको प्यार मेरा !!
बस यही सोचते सोचते रात गुज़र जाये !!
न वो सपना देखो जो टूट जाये !!
न वो हाथ थामो जो छूट जाये !!
मत आने दो किसी को करीब इतना !!
कि उसके दूर जाने से इंसान खुद से रूठ जाये !!
दिल को ऐसा दर्द मिला जिसकी दवा नहीं !!
फिर भी खुश हूँ मुझे उस से कोई शिकवा नहीं !!
और कितने अश्क बहाऊँ अब उस के लिए !!
जिसको खुदा ने मेरी किस्मत में लिखा ही नहीं !!
कुछ बढ़ती नफ़रतों सा दृश्य है !!
टूटे दिलों को रौंदने सा लक्ष्य है !!
सब देख कर भी जो नहीं बोले !!
एक बस वहीं मानस सभ्य है !!
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