Rone wala shayari
कुछ पल की यह मोहब्बत कैसी !!
हमसे जुदा होने की ये हसरत कैसी !!
अभी तो वादे किये थे प्यार इश्क वफ़ा के !!
तो फिर हमसे दूर होने की ये चाहत कैसी !!
मुझे दर्द-ए-इश्क़ का मज़ा मालूम है !!
दर्द-ए-दिल की इन्तहा मालूम है !!
ज़िंदगी भर मुस्कुराने की दुआ मत देना !!
मुझे पल भर मुस्कुराने की सज़ा मालूम है !!
हमारे आंसू पोंछ कर वो मुस्कुराते है !!
उनकी इस अदा से वो दिल को चुराते है !!
हाथ उनका छू जाये हमारे चेहरे को !!
इसी उम्मीद में हम खुद को रुलाते है !!
Rone wali shayari in hindi
मत रख हमसे वफा की उम्मीद !!
हमने हर दम बेवफाई पायी है !!
मत ढूंढ हमारे जिस्म पे जख्म के निशान !!
हमने हर चोट दिल पे खायी है !!
आँखों में रहा दिल में उतर कर नहीं देखा !!
कश्ती के मुसाफिर ने समंदर नहीं देखा !!
पत्थर मुझे कहता है मेरा चाहने वाला !!
मैं मोम हूँ उसने मुझे छू कर नहीं देखा !!
ये जान गँवा दी !! ये जुबां गँवा दी !!
हमने तेरे इश्क में दो जहान गँवा दी !!
सीने में पड़े थे दिल के हजार टुकड़े !!
एक नज़र से तूने उनमें आग लगा दी !!
Rone wali shayari in hindi
हमने भी किसी से प्यार किया था !!
हाथो मे फूल लेकर इंतेज़ार किया था !!
भूल उनकी नही भूल तो हमारी थी !!
क्यों की उन्हो ने नही !!
हमने उनसे प्यार किया था !!
जो नजर से गुजर जाया करते है !!
वो सितारे अक्सर टूट जाया करते है !!
कुछ लोग दर्द को बयां नहीं होने देते !!
बस चुपचाप बिखर जाया करते है !!
रात की तन्हाई में उसको आवाज़ दिया करते है !!
रात में सितारों से उनका ज़िक्र किया करते है !!
वो आयें या ना आयें हमारे ख्वाबों में !!
हम तो बस उन्ही का इंतज़ार किया करते है !!
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