Rahat indori ki shayari
साँसों की सीडियों से उतर आई जिंदगी !!
बुझते हुए दिए की तरह जल रहे हैं हम !!
उम्रों की धुप जिस्म का दरिया सुखा गयी !!
हैं हम भी आफताब मगर ढल रहे हैं हम !!
सारी बस्ती क़दमों में है !!
ये भी इक फ़नकारी है !!
वरना बदन को छोड़ के !!
अपना जो कुछ है सरकारी है !!
सिर्फ इज़हार प्यार नहीं होता !!
इज़हार भी मोहब्बार की तालीम का हिस्सा है !!
रूह भी तड़पे यही हर किसी के साथ नहीं होता !!
कविश में रहना भी आशिक़ की ज़िन्दगी का हिस्सा है !!
Rahat Indori shayari in hindi
तू ख्वाब बनकर तो आ मेरी ज़िन्दगी में !!
में तुझे अपनी हक़ीक़त बना लूंगा !!
फिर कैद कर तुम्हे दिल में जकड लूंगा !!
फिर कर लो तुम लाख मिन्नतें खुदा से अपनी रिहाई की !!
पर में वो शख्स नहीं हु जो तुम्हे आसानी से रिहा कर दूंगा !!
चुम लू तुमको इस कदर !!
की तुम बिखरने न पाओ !!
मेरी ख्वाहिशे भी पूरी हो जाए !!
और तुम भी सवारने लग जाओ !!
ये बारिश का मौसम बड़ा सुहाना लगे !!
एक शाम चुरा लू अगर तुझे बुरा न लगे !!
तेरे पास वक़्त हो अगर तो याद कर लेना मुझे !!
तुझे याद करते करते वर्षो हो गए !!
Rahat Indori shayari in hindi
वो मेरे हाथो की लकीरे देखकर !!
अक्सर मायूस हो जाती है शायद !!
उसे भी एहसास हो गया है की !!
वो मेरी क़िस्मत मे नही है !!
अब उमीद के सहारे जीजते हैं !!
ज़हेर को डॉवा श्मझ कर पीए जाते हैं !!
एक वो हैं जो हूमें नही श्मझते !!
एक हम हैं जो उनसे मिलने के इंतेज़ार में जीजते हैं !!
Rahat Indori shayari in hindi
सपनो की दुनिया सज़ा रखी है !!
मोहब्बत की ज्योति जला रखी है !!
मेरे दिल को अब कोई नही बचा सकता !!
पठार दिल से प्यार की उमीद जो लगा रखी है !!
जीत की खातिर बस जुनून चाहिए !!
जिसमे उबाल हो ऐसा खून चाहिए !!
यह आसमान भी आएगा ज़मीन पर !!
बस इरादों मे जीत की गूँज चाहिए !!
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