Rahat indori shayari on politics in hindi
जिनको हम चुनते हैं वो ही हमें धुनते हैं !!
चाहे बीवी हो या नेता दोनों कहाँ सुनते हैं !!
सरहदों पर बहुत तनाव है क्या !!
कुछ पता करो चुनाव है क्या !!
ये लोग पांव नही जे़हन से अपाहिज है !!
उधर चलेगे जिधर रहनुमा चलाता है !!
मेरा झुकना और तेरा खुदा हो जाना !!
अच्छा नही इतना बड़ा हो जाना !!
Political shayari in Hindi
जो मौत से ना डरता था बच्चों से डर गया !!
एक रात खाली हाथ जब मजदूर घर गया !!
भर दो फिर आग उन बुझते चरागों में !!
जलाकर रख दे उन नफ़रत के अशियार्नो को !!
देखी नही जाती दुनिया से शायर की ख़ुशी !!
कि अक्सर शायरों के दर्द ही मशहूर होते हैं !!
आसमां पे हैं ख़ुदा और जमीं पे हम !!
आज कल वो इस तरफ देखता हैं कम !!
Political shayari in Hindi
तुम से पहले वो जो इक शख़्स यहाँ तख़्त-नशीं था !!
उस को भी अपने ख़ुदा होने पे इतना ही यक़ीं था !!
गंदी राजनीति का यह भी एक परिणाम हैं !!
बीस रूपये एक बोतल पानी का दाम हैं !!
न समझोगे तो मिट जाओगे ऐ हिंदुस्तान वाला !!
तुम्हारी दास्ताँ तक भी न होगी दास्तानों में !!
जो तौर है दुनिया का उसी तौर से बोलो !!
बहरों का इलाका है ज़रा ज़ोर से बोलो !!
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