shayari on politics
मुर्दा लोहे को औजार बनाने वाले !!
अपने आँसू को हथियार बनाने वाले !!
हमको बेकार समझते हैं सियासतदां !!
मगर हम है इस मुल्क की सरकार बनाने वाले !!
हम ना समझे थे बात इतनी सी !!
ख्वाब शीशे के दुनिया पत्थर की !!
बोलता ज्यादा हूँ पर नेता नहीं हूँ !!
बिना मतलब के किसी को कुछ देता नहीं हूँ !!
सरकार को गरीबों का ख्याल कब आता है !!
चुनाव नजदीक आ जाए तो मुद्दा उछाला जाता है !!
Political shayari in Hindi
ये तेरे मन का खोट है जो तुझे सोने नहीं देता !!
मत दे दोष किसी को वक्त किसी का नहीं होता !!
कीमत तो खूब बढ़ गई दिल्ली में धान की !!
पर विदा ना हो सकी बेटी किसान की !!
वे सहारे भी नहीं अब जंग लड़नी है तुझे !!
कट चुके जो हाथ उन हाथों में तलवारें न देख !!
हम बार बार कहते रहे हम हिंदुस्तानी हैं !!
वो बार बार हमें धर्म समझा रहा था !!
Political shayari in Hindi
जो तौर है दुनिया का उसी तौर से बोलो !!
बहरो का इलाका है जरा जोर से बोलो !!
बिक रहे है बाजारो मे जमीर आजकल !!
कुर्सी ने लोगो को इतना खुदगर्ज बना दिया !!
बुलंदी देर तक किस शख़्स के हिस्से में रहती है !!
बहुत ऊँची इमारत हर घड़ी खतरे में रहती है !!
कल सियासत में भी मोहब्बत थी !!
अब मोहब्बत में भी सियासत है !!
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