ईमानदार नेता पर शायरी
हमारी रहनुमाओ में !!
भला इतना गुमां कैसे !!
हमारे जागने से !!
नींद में उनकी खलल कैसे !!
इस नदी की धार में !!
ठंडी हवा तो आती हैं !!
नाव जर्जर ही सही !!
लहरों से टकराती तो हैं !!
बारूद के इक ढेर पे बैठी !!
दुनिया को क्या सूझ रही हैं !!
शोलो से हिफ़ाजत का हुनर पूछ रही हैं !!
Political shayari in Hindi
ये संग दिलो की दुनिया हैं !!
संभल कर चलना ग़ालिब !!
यहाँ पलको पर बिठाते हैं !!
नजरो से गिराने के लिए !!
जो धरापुत्र का वध कर दे !!
वह राजपुरूष नाकारा हैं !!
जिस धरती पर किसान का रक्त गिरे !!
उसका शासक हत्यारा हैं !!
चंद चेहरे लगेंगे अपने से !!
खुद को पर बेकरार मत करना !!
आखरिश दिल्लगी लगी दिल पर !!
हम न कहते थे प्यार मत करना !!
Political shayari in Hindi
काजल के पर्वत पर चढ़ना !!
और चढ़ कर पार उतरना !!
बहुत कठिन हैं !!
निष्कलंक रह करके ये सब करना !!
अगर तू दोस्त हैं !!
तो फिर ये खंजर क्यूँ हैं हाथो में !!
अगर दुश्मन हैं !!
तो आख़िर मेरा सिर क्यूँ नही जाता !!
अपनी अदा हैं सबसे निराली !!
इसलिए राजनीति से दूरी बना ली !!
दोस्ती हो या दुश्मनी सलामी दूर से अच्छी लगती हैं !!
राजनीति में कोई नही सगा ये बात सच्ची लगती हैं !!
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