राजनीति शायरी दो लाइन
ये वक्त बहुत ही नाजुक हैं !!
हम पर हमले दर हमले हैं !!
दुश्मन का दर्द यही तो हैं !!
हम हर हमले पर संभले हैं !!
तूफ़ानो से आँख मिलाओ !!
सैलाबों पर वार करो !!
मल्लाहो का चक्कर छोड़ो !!
तैर कर दरिया पार करो !!
मुर्दा लोहे को औजार बनाने वाले !!
अपने आँसू को हथियार बनाने वाले !!
हमको बेकार समझते हैं सियासतदां !!
मगर हम है इस मुल्क की सरकार बनाने वाले !!
Political shayari in Hindi
युद्धों में कभी नहीं हारे !!
हम डरते है छलचंदो से !!
हर बार पराजय पाई है !!
अपने घर के जयचंदो से !!
सियासत की रंगत में ना डूबो इतना !!
कि वीरों की शहादत भी नजर ना आए !!
जरा सा याद कर लो अपने वायदे जुबान को !!
गर तुम्हे अपनी जुबां का कहा याद आए !!
न मस्जिद को जानते हैं !!
न शिवालो को जानते हैं !!
जो भूखे पेट हैं !!
वो सिर्फ निवालों को जानते हैं !!
Political shayari in Hindi
जो मातृभूमि की जय कहते सकुचाते !!
मजहब को मुल्क से ऊपर बतलाते !!
नमक देश का खाते दुश्मन गुण गाते !!
ऐसे गद्दारों पे कुत्ते भी तो शरमाते !!
बन सहारा बे-सहारो के लिये !!
बन किनारा बे-किनारो के लिये !!
जो जीये अपने लिये तो क्या जीये !!
जी सके तो जी हज़ारो के लिये !!
Political shayari in Hindi
अब कोई और न धोखा देगा !!
इतनी उम्मीद तो वापस कर दे !!
हम से हर ख़्वाब छीनने वाले !!
हमारी नींद तो वापस कर दे !!
क्या खोया क्या पाया जग में !!
मिलते और बिछुड़ते मग में !!
मुझे किसी से नही शिकायत !!
यद्यपि छला गया पग-पग में !!
इसे भी पढ़ें :-