Gulzar shayari on life
पल्लू गिर गया,
पर वो घबराई नहीं
उसे यकीन था मेरी
नजर झुकी होगी..
गलती तेरी थी या
मेरी क्या फर्क पड़ता है
रिश्ता तो हमारा था ना।
अगर मोहब्बत उससे ना मिले
जिसे आप चाहते हो,
तो मोहब्बत उसको जरूर देना
जो आपका चाहते हैं…
Guljar Shayari in hindi
सच कहा था
एक फकीर ने मुझसे,
तुझे मोहब्बत तो मिलेगी
पर तड़पाने वाली !
जाने वाला कमियां देखता है,
निभाने वाला काबिलियत..
इसलिए पसंद है किताब मुझे
वो टूटकर बिखर जाना पसंद करेगी
मगर अपने लफ्ज़ बदलना नही..
Guljar Shayari in hindi
रोना उनके लिए
जो तुम पर निसार हो,
उसके लिए क्या रोना
जिनके आशिक़ हजार हों..
हम झूठों के बीच में सच बोल बैठे,
वो नमक का शहर था
और हम जख्म खोल बैठे…
सच बड़ी काबिलियत से
छुपाने लगे हैं हम,
हाल पूछने पर बढ़िया
बताने लगे हैं हम..!
जिसका हक है उसे ही मिलेगा,
इश्क पानी नही जो सबको पिला दें