Chai ki shayari
अपनी अपनी फितरत है जनाब !!
उन्होंने बेवफाई नहीं छोड़ी !!
हमने चाय नहीं छोड़ी !!
हलके में मत लेना तुम !!
सावले रंग को !!
दूध से कहीं ज्यादा देखे है !!
मैंने शौक़ीन चाय के !!
चाय की चुस्की के साथ !!
अक्सर कुछ गम भी पीता हूं !!
मिठास कम है जिंदगी में !!
मगर जिंदादिली से जीता !!
Chai shayari in hindi
मेरा राब्ता उससे वैसा है !!
जैसा चाय पत्ती का दूध से !!
होता है चाय पत्ती दूध को !!
चाय बनाकर बाहर ही छन जाती है !!
वो पल भी कोई पल है !!
जिस पल में तेरा एहसास न हो !!
वो चाय फिर चाय कैसी !!
जिसमें तेरे होंठो सी मिठास न हो !!
सुनो सुबह खड़ी है चौखट पर !!
तुम रात को ठीक से रवाना तो कर दो !!
चाय भी तैयार है सज धज के !!
तुम बस आने का कोई बहाना तो कर दो !!
मैंने साजिशें तो बहुत रची !!
चाय की आदत छोड़ने के लिए !!
मगर ये चाय हमारे खून में इतना घुल चुकी थी !!
इसे अगर हम छोड़ देते तो हम मर ही जाते !!
Chai shayari in hindi
चाय अगर दिमाग मे उतर जाए !!
तो जुनून बन जाती है !!
और अगर दिल मे उतर जाए !!
तो कभी ना खत्म होने वाली !!
मोहब्बत बन जाती है !!
उसे फाइवस्टार के कॉफी से इश्क़ है !!
और हम टपरी के अदरक वाली चाय के शौकीन !!
ये जंग है प्यार और चाय हथियार !!
मेरे तो बस दो ही शौक है !!
एक अपनी मस्ती में जीने का !!
और दूसरा कप भर के चाय पीने का !!
आशिको की आशिक़ी वो यारों की यारी है !!
वो सिर्फ चाय नहीं !!
हमारी मुलाकात की पहली तैयारी है !!
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