Shayari for barish
मत पूछो कितनी मोहब्बत है मुझे उनसे !!
बारिश की बूंद भी अगर उन्हें छू जाती है !!
तो दिल में आग लग जाती है !!
ये ही एक फर्क है तेरे और मेरे !!
शहर की बारिश में तेरे यहाँ ‘जाम’
लगता है मेरे यहाँ ‘जाम’ लगते हैं !!
बरिश का यह मौसम कुछ याद दिलाता है !!
किसी के साथ होने का एहसास दिलाता है !!
फिजा भी सर्द है यादें भी ताज़ा हैं !!
यह मौसम किसी का प्यार दिल में जगाता है !!
Barish Shayari in hindi
आशिक तो आँखों की बात समझ लेते हैं !!
सपनो में मिल जाये तो मुलाकात समझ लेते हैं !!
रोता तो आसमान भी है अपने बिछड़े प्यार के लिए !!
पर लोग उसे बरसात समझ लेते हैं !!
बारिश के पानी को अपने हाथों में समेट लो !!
जितना आप समेट पाये उतना आप हमें चाहते है !!
और जितना न समेट पाए उतना हम आप को चाहते है !!
क्या तमाशा लगा रखा है !!
तूने ए-बारिश बरसना ही है तो जम के बरस !!
वैसे भी इतनी रिमझिम तो मेरी आँखो से रोज हुआ करती है !!
Barish Shayari in hindi
मोहब्बत तो वो बारिश है जिससे !!
छूने की चाहत मैं हथेलियां तो गीली !!
हो जाती है पर हाथ खाली ही रह जाते है !!
आज मौसम कितना खुश गवार हो गया !!
खत्म सभी का इंतज़ार हो गया !!
बारिश की बूंदे गिरी कुछ इस तरह से !!
लगा जैसे आसमान को ज़मीन से प्यार हो गया !!
Barish Shayari in hindi
बनके सावन कहीं वो बरसते रहे इक घटा !!
के लिए हम तरसते रहेआस्तीनों के साये !!
में पाला जिन्हें !! साँप बनकर वही रोज डसते रहे !!
बेवजह किसी से झगड़ते नहीं है !!
समझाने से लोग समझते नहीं है !!
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