Barish shayari sad
अगर भीगने का इतना ही शौक है !!
बारिश मे तो देखो ना मेरी आँखों मे !!
बारिश तो हर एक के लिए होती है !!
लेकिन ये आँखें सिर्फ तुम्हारे लिए बरसती है !!
मेरे ख्यालों में वही सपनो में वही !!
लेकिन उनकी यादों में हम थे ही नहीं !!
हम जागते रहे दुनियां सोती रही !!
एक बारिश ही थी जो हमारे साथ रोती रही !!
सावन का मौसम जब भी धरती से !!
मिलने आता है तब तब अपनी तड़प !!
का दास्ताँ बरस कर सुनाता है !!
क्यों होती है अक्सर जुदाई उनसे !!
जिसको दिल चाहे क्यों !!
Barish Shayari in hindi
अधूरा लगता है तब !!
जब बादल हो पर बारिश ना हो !!
जब जिंदगी हो पर प्यार ना हो !!
जब आँखे हो पर ख्वाब ना हो !!
और जब कोई अपना हो पर साथ ना हो !!
बादलों को आता देख के मुस्कुरा लिया होगा !!
कुछ न कुछ मस्ती में गुनगुना लिया होगा !!
ऊपर वाले का शुक्र अदा किया बारिश के !!
होने से !! के इस बहाने तुमने नहा लिया होगा !!
रिमझिम तो है मगर सावन गायब है !!
बच्चे तो हैं मगर बचपन गायब है !!
क्या हो गयी है तासीर ज़माने की यारो !!
अपने तो हैं मगर अपनापन गायब है !!
Barish Shayari in hindi
बहुत दिनों से थी ये आसमान की साजिश !!
आज पुरी हुई उनकी ख्वाहिश !!
भीग लो अपनों को याद कर के !!
मुबारक हो आपको साल की ये पहली बारिश !!
जब जब आता है यह बरसात का मौसम !!
तेरी याद होती है साथ हरदम !!
इस मौसम में नहीं करेंगे याद तुझे यह सोचा है हमने !!
पर फिर सोचा की बारिश को कैसे रोक पाएंगे हम.
मेरे घर की मुफलिसी को देख कर !!
बदनसीबी सर पटकती रह गई !!
और एक दिन की मुख़्तसर बारिश के बाद !!
छत कई दिन तक टपकती रही रह गई.
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