Badalte log shayari in hindi
जब किसी रिश्ते की !!
बुनियाद माफी ही रह जाये !!
तो बेहतर है उसे !!
पूर्ण विराम दे दिया जाए !!
अब फिक्र नहीं रही रिश्तों की !!
अजब सा ये जमाना है !!
यहाँ हर शख्स तो पैसों !!
की मोहब्बत में दिवाना है !!
थोडा संभल कर चलना जी !!
रिश्तों की कश्तियाँ अक्सर !!
गलतफहमियों के हलके !!
झोकों से ही डगमगा जाती है !!
Badalte Rishte Shayari in Hindi
कैसी अजीब दास्तां है रिश्तों की !!
कभी एक सच हज़ारों झुठ पर !!
भारी पड जाता है !!
तो कभी एक झूठ लाखों सच पर !!
सब कुछ जानकर भी !!
अंजान बनकर रहता हूँ !!
अंजान बन कुछ रिश्ते !!
निभा लिया करता हूँ !!
बड़ी छोटी सी है ये जिंदगी !!
इसमें कैसे शिकवे कैसे गिले !!
कुछ रिश्ते पुराने रफ़ू किए !!
कुछ ताल्लुक़ मैंने नए सिले !!
Badalte Rishte Shayari in Hindi
बिना ग़लती के हाथ जोड़ते !!
और पैर पकड़ते देखा हैं !!
रिश्तों को बचाने के लिये लोगों !!
को कितना कुछ करतें देखा हैं !!
जो रिश्ते टूट जाते हैं !!
वो दुबारा जुड़ा नहीं करते !!
जैसे मुरझाए हुए फूल !!
दुबारा खिला नहीं करते !!
Badalte Rishte Shayari in Hindi
ताउम्र साथ निभाने की वो !!
कसमे दो पल में टूट जाती है !!
मोहब्बत से बने इन रिश्तों में !!
आखिर कमी कहाँ रह जाती है !!
लडते रहे तकदीर से पर अखिर हार गए !!
जिन्को अपना खून पिलाया !!
वो हमें मार गए ये कैसी दुनिया है !!
पत्थरो की ऐ दोस्त उनसे दिल लगाके ये हम जान गए !!
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