क्यों मरते हो यारो सनम के लिए !! ना देगी दुपट्टा कफ़न के लिए !! मारना है तो मरो वतन के लिए !! तिरंगा तो मिले कफन के लिए !!

भारत माता तेरी गाथा !! सबसे ऊँची तेरी शान !! तेरे आगे शीश झुकाएं !! दें तुझको हम सब सम्मान !!

सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा !! हम बुलबुले हैं इसकी ये गुलसिता हमारा !! स्वतंत्र दिवस की शुभकामनाएं !!

अब तक जिसका खून न खौला !! वो खून नहीं वो पानी है !! जो देश के काम ना आये !! वो बेकार जवानी है !!

वो ज़िन्दगी ही क्या जिसमे देशभक्ति ना हो !! और वो मौत ही क्या जो तिरंगे में ना लिपटी हो !!

जश्न आज़ादी का मुबारक हो देश वालो को !! फंदे से मोहब्बत थी हम वतन के मतवालो को !!

हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा !! नशा ये हिन्दुस्तान की शान का हैं !!

ना पूछो ज़माने को, की क्या हमारी कहानी है !! हमारी पहचान तो सिर्फ ये है कि हम हिंदुस्तानी है !!

वो जनाजे को भी खुद पे नाज हुआ था !! मंज़र ए शहीद जब उसके दर पे आया था !!