Rahat indori shayari love
आँख में पानी रखो होंटों पे चिंगारी रखो !!
ज़िंदा रहना है तो तरकीबें बहुत सारी रखो !!
एक ही नदी के हैं ये दो किनारे दोस्तो !!
दोस्ताना ज़िंदगी से मौत से यारी रखो !!
अब ना मैं हूँ, ना बाकी हैं ज़माने मेरे !!
फिर भी मशहूर हैं शहरों में फ़साने मेरे !!
ज़िन्दगी है तो नए ज़ख्म भी लग जाएंगे !!
अब भी बाकी हैं कई दोस्त पुराने मेरे !!
कॉलेज के सब बच्चे चुप हैं काग़ज़ की इक नाव लिए !!
चारों तरफ़ दरिया की सूरत फैली हुई बेकारी है !!
Rahat Indori shayari in hindi
मुझसे पहले वो किसी और की थी !!
मगर कुछ शायराना चाहिये था !!
चलो माना ये छोटी बात है !!
पर तुम्हें सब कुछ बताना चाहिये था !!
इश्क़ में जीत के आने के लिए काफी हूं !!
मैं निहत्था ही जमाने के लिए काफी हूं !!
मेरी हर हकीकत को मेरी ख़ाक समझने वाले !!
मैं तेरी नींद उड़ाने के लिए हीं काफी हूं !!
छू गया जब कभी ख़याल तेरा !!
दिल मेरा देर तक धड़कता रहा !!
कल तेरा जिक्र छिड़ गया था घर में !!
और घर देर तक महकता रहा !!
Rahat Indori shayari in hindi
अगर खिलाफ है होने दो जान थोड़ी है !!
ये सब धुआँ है कोई आसमान थोड़ी है !!
लगेगी आग तो आएँगे घर कई जद में !!
यहाँ पे सिर्फ हमारा मकान थोड़ी है !!
जहाँ पे कुछ भी नहीं है वहाँ बहुत कुछ है !!
ये कायनात तो है खाली हाशिया मेरा !!
बुलंदियों के सफर में ये ध्यान आता है !
ज़मीन देख रही होगी रास्ता मेरा !!
Rahat Indori shayari in hindi
तूफ़ानों से आँख मिलाओ !!
सैलाबों पे वार करो !!
मल्लाहों का चक्कर छोड़ो !!
तैर के दरिया पार करो !!
फूलों की दुकानें खोलो !!
ख़ुशबू का व्यापार करो !!
इश्क़ ख़ता है तो ये ख़ता !!
एक बार नहीं सौ बार करो !!
सूरज, सितारे, चाँद मेरे साथ में रहें !!
जब तक तुम्हारे हाथ मेरे हाथ में रहे !!
शाखों से टूट जाए वो पत्ते नहीं हैं हम !!
आंधी से कोई कह दे की औकात में रहें !!