Mausam par shayari
खुद भी रोता है, मुझे भी रुला के जाता है,
ये बारिश का मौसम, उसकी याद दिला के जाता है…!!
बरसता भीगता मौसम धुआं धुआं होगा,
पिघलती शम्मों पे दिल का मेरे गुमां होगा…!!

कहीं फिसल न जाऊं तेरे ख्यालों में चलते चलते,
अपनी यादों को रोको मेरे शहर में बारिश हो रही है…!!
कुछ तो तेरे मौसम ही मुझे रास कम आये,
और कुछ तेरी मिटटी में बगावत भी बहुत थी…!!

Mausam shayari in hindi
पतझड़ में सिर्फ पत्ते गिरते हैं,
नज़रों से गिरने का कोई मौसम नहीं होता…!!
आज कुछ और नहीं बस इतना सुनो,
मौसम हसीन है लेकिन तुम जैसा नहीं…!!

तेरी जुल्फों के साये में कई मौसम गुजरे है
हम तो मर ही गए थे,
लेकिन जिए तेरे उस मौसम के सहारे है…!!
गर्मी के मौसम का भी एक पल आता है,
जिसमे आधे कपड़े और ठंडे

Mausam shayari in hindi
दर्द दर्द में कोई मौसम प्यारा नही होता !!
दिल हो प्यासा तो पानी से गुजारा नही होता !!
कोई देखे तो हमारी बेबसी !!
हम सभी के हो जाते हैं !!
पर कोई हमारा नही होता !!
मौसम शायराना अंदाज में कहता है !!
तेरी जुल्फों की लहरहाट देख !!
दिल मेरा यूँ डग मगा सा गया है !!
तेरी नशीली आँखों का जहर !!
इस दिल में समा सा गया है !!
तेरी करीबियों का ये आलम !!
दिल घबरा सा गया है !!
कहना चाहते थे कुछ बाते !!
हाय मन शर्मा सा गया है !!

गर्मी वाले मौसमी मज़े !!
ठंडे पानी से नहाने का मजा !!
ठंडी कुल्फी को खाने का मज़ा !!
निम्बू पानी को बनाने का मज़ा !!
भरी गर्मी में बत्ती जाने का मज़ा !!
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