Ghamand wali shayari
मुझे तलाश है जो मेरी रुह से प्यार करे !!
वरना इन्सान तो पैसों से भी मिल जाया करते हैं !!
मैंने उनका गुरूर कुछ ऐसे तोड़ दिया !!
आँखों को चूमा उनकी और होठों को छोड़ दिया !!
इंसान आजकल इसलिए भी परेशान है !!
क्योंकि जो गर्मी रिश्तों में होनी चाहिए वो हमारे दिमाग़ में है !!
जिनमें कुछ नहीं होता है ना !!
उनमें घमंड बहुत होता है !!
Ghamand Shayari In Hindi
अगर रिश्तों को निभाना है तो झुकना सीखो !!
क्योंकि इंसान अकड़ता तो मरने के बाद है !!
मत कर इतना घमंड बहुत पछताएगा !!
एक दिन खुद ही अपनी नजरो में गिर जाएगा !!
Ghamand Shayari In Hindi
वो छोटी-छोटी उड़ानों पे गुरूर नहीं करता हैं !!
जो परिंदा अपने लिए आसमान ढूढ़ता हैं !!
घमंड किस बात का है जनाब !!
आज मिट्टी के ऊपर हैं तो कल मिट्टी के नीचे होंगे !!
Ghamand Shayari In Hindi
घमंड से आदमी फूल सकता है !!
फल नहीं सकता !!
गुरूर के भी अजब हैं किस्से !!
आज मिट्टी के ऊपर कल मिट्टी के नीचे !!
यूं मुझे एसे और सबर ना करवा !!
तेरी राह देखते कोई मेरी कबर ही ना तैयार करवा दें !!
ज़रूरत तोड़ देती हैं इंसान के घमंड को !!
अगर न होती मजबूरी तो हर बंदा खुदा होता !!
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