Matlabi rishte quotes
कहां हम और कहां ये ज़म ज़म से धुले लोग !!
अरे जाइए, दूर रहिए हमसे किनारा कीजिए !!
दिखा दी है शीशे ने असलियत झूठे लोगों की बनावटी !!
चेहरे पहन कर अक्सर जो झूठी दुनिया में घूमते हैं !!
कुछ मतलबी लोग ना आते !!
तो जिंदगी इतनी बुरी भी ना थी !!
भुला देंगे तुम्हे भी जरा सब्र तो कीजिए !!
आपकी तरह मतलबी होने में जरा वक्त लगेगा !!
Matlabi shayari in hindi
मतलबी दुनिया के लोग खड़े है हाथों में पत्थर लेकर !!
मैं कहाँ तक भागूँ शीशे का मुकद्दर लेकर !!
हाँ बहुत मतलबी हूँ मैं भी इश्क़ में !!
चाहता हूँ मैं वो जो नहीं है मिरा !!
आशना होकर भी अजनबी से लगे !!
इस दफ़ा तुम भी मतलबी से लगे !!
मदद करने से मैं घबराने लगा हूँ !!
समझते हैं लोग मैं मतलबियों का सगा हूँ !!
Matlabi shayari in hindi
कैसे कह दूँ इश्क मतलबी है उसका !!
उसे मुझसे कोई फायदा भी तो नहीं है !!
तू नहीं जानती की किसी दर्द से आज में गुजर रहा हूँ !!
मतलबी रिश्तों के बीच फंस के धीरे धीरे कर मर रहा हूँ !!
Matlabi shayari in hindi
जिनकी दुआ किया करते है हजारों में !!
वहीं बेचते है रिश्ते बाजारों में !!
कैसे करूँ भरोसा यारों के प्यार पर !!
जब ये दोस्त ही उछलते अपनों की हार पर !!
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