shayari for jijaji in hindi
छाती पर लेते हो सिसकियाँ खुद ही!
भींच कर तकिये से अपनी जवानी को!!
हाय साली जी क्यों खफा हो गई!
अगर ले लिया आगोश में तुझ दीवानी को!!
दिल भी क्या कोई चीज है देने की!
इसे हम दे बैठे जीजाजी को!!
कर दिया चकनाचूर दिल शीशे का!
बैठाया दिल में दीदी को!!
यूँ धीमे से मुस्करा कर!
हाय, ना देख ऐ साली हसीना!!
खाकर तीर तेरी नजरों के!
घायल न हो जाए यह दीवाना!!
Jija Sali Shayari in hindi
सोचा था कि बड़ी नही छोटी ही सह!
पर पट न सकी साली कोई!!
सूरत है इस दिल में तेरी!
कैसे मिलती मुझकों कोई!!
मोहब्बत करनी थी साली से, ऐ दिल तुझको!
मगर तू लगा रहा इसकी बड़ी बहनों से!!
दुश्वार करके रख दी हमारी यह जिंदगी!
और बता तुमको क्या मिला इन हसीनों से!!
चाल है तेरी मतवाली!
और आँखे है मय की प्याली!!
मै बेहोश हुआ पीकर!
आगोश में जब आई साली!!
Jija Sali Shayari in hindi
इस दिल को आदत ऐसी डाल दी!
नजरों ने तेरी पिलाकर!!
पीता है जुदा होने के बाद भी!
अपने ही अश्कों को मय समझाकर!!
यह शराब भी तेरा कातिलाना!
ऐ साली तू तो है ही कातिल!!
क्योंकि नजरें है आशकाना!
जीजा फिर क्यों न होगा कत्ल!!
मिलाकर नजरें फिर झुका लेना!
समन, समझ में हमारी आता नही!!
गर शर्माए ना टकराने के बाद!
जाने तुम्हें हमसें मोहब्बत नही
खुदा की कसम जान देंगे तुम पर!
हमें आजमाने की कोशिश न करना!!
कोई जज्बा न समाएगा नजर में अपनी!
सिर्फ सरकार का दीदार किए जाएंगे!!